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Ghazal – आज गजल लिखी हैं मैंने
आज गजल लिखी हैं मैंने, तुम्हारी याद में
तुम्हें सुनाना चाहता हूं, तुम मिलोगे न बाद में
मिलना वहीं, जहां पहली दफा हम मिले थे
प्यार तुम्हारी आँखों में हो, और गुलाब मेरे हाथ में
ये दो दिलों का मेल है, कोई तीसरा वहां नहीं होगा
बस चाँद सितारे आएंगे, हम बैठेंगे जब साथ में
दिल में प्यार भरा हो, होठों पे भी और कुछ न हो
सिर्फ प्यार भरी बातें हो, बाकी सारी बातें बाद में
अपने हाथों से छू के देखने, मेरे हर एक लम्हों को
देखना कौन सा पल कितना तड़पा है, तुम्हारी याद में
Ghazal- तुम मुझे कितने अच्छे लगते हो
तुम मुझे कितने अच्छे लगते हो, मैं तुम्हें नहीं बताता हूं
पर जब कहीं मैं जाता हूं, तुम्हें अपने साथ ले जाता हूं
हर चेहरे में मुझे, सिर्फ तुम्हारा चेहरा दिखाई देता है
खुद को भी मैं खुद में ढूंढता हूं, तो तुम्हीं को पाता हूं
मेरे दिन की शुरुआत तुम हो, शाम बनके तुम्ही मे ढलता हूँ
रातों की नींदों में भी मैं, अब तुम्हारे ही निशां को पाता हूं
मेरा हर एक ख्वाब, तुम्हारे ही ख्वाबों से जुड़ा हुआ है
कभी तुम्हारे ख्वाबों में तुम्हें, क्या मैं भी नजर आता हूं
तुम्हारे करीब आने से, मेरे दिल को तसल्ली मिलती है
तुम्हारा ही दीदार करके, आंखों को भी सुकून दिलाता हूं
तुम्हीं मेरे जीने की वजह, तुम्हीं मेरी आख़री सांस हो
जितना तुमसे दूर हूं, तुम्हें उतना ही अपने पास पाता हूं
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Love Ghazal In Hindi – मुझे तुमसे प्यार है
मुझे तुमसे प्यार है, क्या तुम्हें मुझपे प्यार नहीं आता
तुम मेरे बगैर रह लोगे, मुझसे तो अब रहा नहीं जाता
तुम करीब से गुजरती हो, मैं कुछ समझ नहीं पाता हूँ
और जब पास होती हो, तो कोई और नजर नहीं आता
मुझे तुमसे क्या बात करनी है, पहले मैं सोच लेता हूं
पर जब तुम सामने आती हो, तो कुछ याद नहीं आता
मुझे तुमसे मोहब्बत है, यह मुझे समझ आता है
तुम कुछ कहना नहीं चाहते या फिर कहना नहीं आता
जब तुम पर प्यार आता है तो तुमसे जताने लगता हूँ
तुम जता क्यों नहीं रहे, क्या जताना भी नहीं आता
मैं तुमसे मिलने के लिए हमेशा बेताब रहता हूं
मुझसे मिलने का, क्या तुम्हारे मन में खयाल नहीं आता
कह भी नहीं सकता, बिन कहे रहा भी नहीं जाता
खुद को और कितना सताऊँ, मुझे कुछ समझ नहीं आता
वक्त मिलता नहीं है, बस कहीं से निकाल लेता हूँ
तुम्हारे बारे में न सो सोचूँ, ऐसा कोई दिन नहीं आता
मैं तुम्हारा ही हूँ, अब तुम भी मुझे अपना बना लो
दिन तो गुजर जाता है,बस रातों को करार नहीं आता
सवालों के घेरे में, तुमने मुझे बांध के रखा है
कुछ कह भी नहीं रहा और जवाब भी नहीं आता
तुम्हारी यादों ने मुझे गुमराह करके रखा है
और मेरी यादों को तुम्हें तो छूना भी नहीं आता
Ghazal – बरसों से नहीं मिला था जिससे
बरसों से नहीं मिला था जिससे, आज उससे मुलाक़ात हो गई
मैंने उससे हाथ मिलाने को कहा, और वो मेरे गले लग गई
समझ नहीं आया के क्या करूं, खुद को छुड़ा लूं या उससे प्यार करूं
दुआ तो मैंने बहुत पहले मांगी थी, आज जाके वो कबूल हो गई
फिर हाथ उसने मेरा पकड़ लिया, मैंने भी छुड़ाने की कोशिश न की
ऐसा लग रहा था मुझे, जैसे किसी और की किस्मत मेरे हाथ लग गई
खुद से अक्सर बातें करके, मैं गमों से पीछा छुड़ाता रहा
आफत मेरी आदत थी, पर आज खुशियाँ मुझ पर मेहरबान हो गई
किसी को चाहने की कोशिश करता,तो दूसरों का अधूरा प्यार नजर आता
अब जब प्यार मुझे भी हुआ, तो सारी कायनातें मेरे साथ हो गई
हर पल उसके साथ रहा ताकि एक भी लम्हा उसके बिन ना गुजरे
मुझे उससे कुछ पूंछना था, फिर उसके फोन में मेरी तस्वीर मिल गई
उसकी नजरें मुझ पर थी, मैं भी नजरें मिला रहा था
कुछ देर हम यूं ही बैठे रहे, पर एक दूसरे से हर एक बात हो गई
खत्म ना हो ये सिलसिला प्यार का, मेरे अपने भी चाहे गैर हो जाएँ
मैं तो उससे सुबह मिला था, और देखते ही देखते शाम हो गई ( love Ghazal )
Hindi love Ghazal – वो मुझे नहीं चाहते
वो मुझे नहीं चाहते और मैं उनसे दूर रह नहीं सकता
जितनी मोहब्बत उनसे है, उतनी खुद से कर नहीं सकता
मैं जानता हूँ , वो कभी मेरे बन नहीं सकते
पर अब मै भी किसी और का हो नहीं सकता
मेरे बगैर, वो अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं
उनके बगैर मेरा मन कहीं और लग नहीं सकता
वो नहीं है तो थोड़ा उदास सा रहता हूं
एक उनके बगैर ठीक से कभी हँस नहीं सकता
उनके करीब रहते-रहते, उनकी आदत-सी हो गई
अब कोई दूसरी-तीसरी आदत मै लगा नहीं सकता
उनकी चाहतों के रंग में इस कदर रंगा हूं
के किसी और के रंग में,अब रंग नहीं सकता
सुबह आँख खुलती है, तो वो याद आते हैं
मैं शाम बनके कहीं और ढल नहीं सकता
जितना वो मुझसे दूर है उतने ही पास भी है
उनसे कितना प्यार है बिना मिले बता भी नहीं सकता
कुछ और नहीं बस थोड़ा सा प्यार चाहता हूं
नहीं दोगे तो मैं तुम्हें कुछ कह भी नहीं सकता
love Ghazal In Hindi – बता दूँ क्या
तस्वीर मैं तुम्हारी सब को दिखा दूँ क्या
जो तुम्हारे बारे में पूछते हैं, मैं उन्हें बता दूँ क्या
आंखें क्यूँ रोती है, खुशियाँ मेरी क्यूँ परेशान है
तुम्हारे बिन कितने दिन गुजारा, उन्हें गिना दूँ क्या
ख्वाहिशें अधूरी है, ये जिंदगी भी अधूरी है
पर इस दिल में कितना प्यार है, सबको दिखा दूँ क्या
सब पीछे छोड़ के, मोहब्बत को मैंने हमसफ़र बनाया
जिन ख्वाबों को मैं जीता हूं, तुम्हें भी उनमे बसा लूँ क्या
मोहब्बत मेरी बेवजह ना निकली, धीरे से मुझे सवार गई
जो प्यार की कश्ती में बैठे हैं, आईना उन्हें दिखा दूँ क्या
तुमसे मैंने प्यार किया, फिर तुम्हीं पे एतबार किया
तुम्हारा दीवाना तो पागल है, उन्हें भी पागल बना दूँ क्या
क्यूँ तुमसे प्यार करता हूं, क्यूँ तुम्हारी बात करता हूं
वो जो सुनना चाहते हैं, बैठा के उन्हें सुना दूं क्या
Love Ghazal in hindi- आखिर क्यूँ
आखिर क्यूँ तुम मेरे इतना करीब आते हो
क्या मेरे दिल में तुम रहना चाहते हो
अंदर की बातें तो बयां कर ही दोगे
पर इशारों से की हुई भी समझ पाते हो
लोग जब पूछेंगे, तुम उनसे क्या कहोगे
आँखों में आँखें डाल, सच बोल पाते हो
जितने होगी मोहब्बत, अंदर उतना ही जलोगे
यकीनन दर्द मिलेगा, क्या तुम सह पाते हो
हाथों में हाथ डाल के चलना तो चाहोगे
कोई पास न हो, तो अकेले चल पाते हो
जैसा सोच रहे हो, दिन वैसे नहीं कटेंगे
रातें भी जागेंगी, क्या तुम जगना चाहते हो
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