जैसे को तैसा करने में, मैं लाजवाब हूँ… जितना अच्छा हूँ, उससे कहीं ज्यादा खराब हूँ…

मैं अकेला ही ठीक हूं, मेरे पास मत आना… आईना पहले खुद देखना, बाद में मुझे दिखाना…

पहले हम कुछ और थे,  अब कुछ और हो गए हैं… कोई वक्त नहीं देता था,  इसीलिए एक दौर हो गए हैं…

तुमसे ज्यादा मैं अपने आप को जानता हूं… आईना तुम्हें देखने की जरुरत है,  खुद को मैं पहचानता हूं…

जिसको मेरी जिंदगी से जाना हो, शौक से चले जाना… बस हाथ जोड़ के मेरी विनती है, दोबारा मत आना…